Gurugram News Network – सिविल अस्पताल में आज उस वक्त हड़कंप मच गया जब मरीजों को इलाज देने से डॉक्टरों ने मना कर दिया। डॉक्टर सुबह अस्पताल तो आए, लेकिन उन्होंने मरीजों को इलाज देने की बजाय हड़ताल शुरू कर दी और दो घंटे तक अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी की। दरअसल, डॉक्टर अपनी मांगों को मनवाने के लिए सरकार से काफी लंबे समय से वार्ता कर रहे थे, लेकिन जब उनकी मांगों की तरफ ध्यान नहीं दिया गया तो उन्होंने सांकेतिक रूप से दो घंटे के लिए पूरे प्रदेश के स्वास्थ्य सेवाएं बाधित कर दी और इस दो घंटे की हड़ताल से सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों को न माना गया तो वह इस हड़ताल को अनिश्चितकालीन हड़ताल में तब्दील कर देंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी। इस दौरान इमरजेंसी सेवाओं को भी बंद कर दिया जाएगा।
हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसीज एसोसिएशन के प्रदेश के सीनियर वाइस प्रेजिडेंट डॉक्टर केशव शर्मा ने बताया कि एसोसिएशन के आह्वान पर आज सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों ने दो घंटे की पेन डाउन हड़ताल कर दी। दो घंटे तक किए गए विरोध प्रदर्शन के बाद डॉक्टर वापस अपनी ड्यूटी पर लौट गए और मरीजों का स्वास्थ्य जांच करने लगे।
उन्होंने बताया कि डॉक्टरों का सीनियर कैडर बनाए जाने, डायरेक्ट सीनियर मेडिकल ऑफिसर लगाए जाने, एसीपी दिए जाने सहित पीजी पॉलिसी में बदलाव किए जाने की मांग वह लगातार कर रहे हैं। इसमें से दो मांगे मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ने मान भी ली है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग उसे लागू नहीं कर रहा है जिसको लेकर वह कई बार वार्ता भी कर चुके हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। जिसके विरोध में ही आज यह हड़ताल की जा रही है।
वहीं, इस हड़ताल का असर मरीजों पर पड़ा। मरीज अस्पताल में तो आए, लेकिन उन्हें इलाज की बजाय परेशानी ही मिली। सुबह से लाइन में लगे-लगे मरीज परेशान हो गए। कई मरीज तो ऐसे थे जो बिना इलाज कराए ही वापस लौट गए। फिल्हाल डॉक्टरों ने साफ कर दिया है कि यदि उनकी मांगों को जल्द न माना गया तो वह अनिश्चितकालीन हड़ताल जैसा कदम भी उठा सकते हैं।